AMAZING TRANSFORMATION IN EDUCATION AND SCHOLING ALSO
बदल जाएगी स्कूलों की दुनिया?

माना जा रहा है कि मेटावर्स के आने के बाद एजुकेशन सेक्टर पूरी तरह बदल जाएगा। बच्चे बस एआर या वीआर बॉक्स अपनी आंखों पर लगाकर स्कूल का पूरा अनुभव पा सकेंगे। भविष्य के इस बदलाव को देखकर स्कूलों को भी बदलना होगा। आज कई बड़े ओटीटी प्लेटफॉर्म, न्यूज एजेंसियां, कपड़ों के बड़े ब्रांड्स आदि अपनी सर्विस को मेटावर्स पर लाने की पूरी तैयारी कर रहे हैं।

कैसी होगी मेटावर्स की दुनिया?

मेटावर्स की दुनिया में हम वो सबकुछ कर सकेंगे जो वास्तविक दुनिया में कर सकते हैं। हम वास्तविक दुनिया की तरह Augmented Reality में एक दूसरे के साथ मिल सकते हैं। यहां हम अपने रहने के लिए वर्चुअल घर और जमीन खरीद सकेंगे। मेटावर्स पर हम अपने दोस्तों के साथ डिस्को में एन्जॉय कर सकेंगे, उनके साथ खेल का लुत्फ उठा सकेंगे, फिल्में देख सकेंगे। हालांकि, इन सब चीजों को अंजाम देने के लिए हमारे वीआर (VR) बॉक्स का होना जरूरी होगा।

मेटावर्स से क्या फायदा मिलेगा?

फेसबुक और अन्य बड़ी कंपनियों के लिए ‘मेटावर्स’ की परिकल्पना उत्साहजनक है क्योंकि इससे नए बाजारों, नए प्रकार के सोशल नेटवर्कों, नए उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और नए पेटेंट के लिए अवसर पैदा होते हैं। दक्षिण कोरिया में ‘मेटावर्स अलायंस’ राष्ट्रीय वीआर प्लेटफॉर्म विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है। इसका एक बड़ा हिस्सा स्मार्टफोन, 5जी नेटवर्क, ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल करंसी और सोशल नेटवर्क का मेल कर समाज की समस्याओं का समाधान निकालने, लाभ निकालने के तरीके खोजना है।

कहां से आया यह शब्द?

मेटावर्स शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल साइंस फिक्शन लेखक नील स्टीफेन्सन ने 1992 में अपने उपन्यास ‘स्नो क्रेश’ में किया था। इसी तरह के अनेक शब्द उपन्यासों से ईजाद हुए हैं। मसलन 1982 में विलियम गिब्सन की एक किताब से ‘साइबरस्पेस’ शब्द आया। ‘रोबोट’ शब्द 1920 में कैरेल कापेक के एक नाटक से उत्पन्न हुआ। इसी श्रेणी में ‘मेटावर्स’ आता है।

क्यों पड़ी मेटावर्स की जरूरत?

असल में यह टेक्नोलॉजी के विभिन्न आयामों का संगम है जिसमें वर्चुअल रिएलिटी, ऑगमेंटेड रिएलिटी और वीडियो शामिल हैं। ‘इंटरनेट’ और ‘साइबर स्पेस’ जैसे शब्द ऐसे स्थानों के लिए हैं जिन्हें हम स्क्रीन के जरिए देखते हैं। लेकिन ये शब्द इंटरनेट की वर्चुअल रियलिटी (थ्रीडी गेम वर्ल्ड या वर्चुअल सिटी) या ऑगमेंटेड रियलिटी की पूरी तरह व्याख्या नहीं कर पाते। इसलिए इनके लिए मेटावर्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।

METAVERSE FUTURE TECHNOLOGY DESCRIBES IN INDIAN LANGUAGE HINDI OUR MOTHER TONGUE
जकरबर्ग का कहना है कि मेटावर्स की दुनिया 5-10 साल में हकीकत बन सकती है।हाल के दिनों में मेटावर्स (Metaverse) पर काफी चर्चा हुई है। अमेरिका की दो दिग्गज कंपनियों फेसबुक (अब मेटा) और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) दोनों ने इस पर अपना दावा किया है। असल में यह टेक्नोलॉजी के विभिन्न आयामों का संगम है जिसमें वर्चुअल रिएलिटी, ऑगमेंटेड रिएलिटी और वीडियो शामिल हैं। इसमें इंसान एक आभासी दुनिया में रहता है। I AM REDY TO ACCEPT METAVERSE , IAM ALWAYS YOUNG .

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WHY ADVANCE TECHNOLGY IS IMPORTANT FOR GROWTH OURSELF AND NATION
Technology affects almost every aspect of 21st century life, from transport efficiency and safety to access to food and healthcare, socialization and productivity. The power of the internet has enabled global communities to form, and ideas and resources to be shared more easily.

WHAT ARE THE WAYS EDUCATION BRING CHANGE IN SOCIETY?
Let me tell you how education brings about change in our society.

1. PROVIDES KNOWLEDGE
As social creatures, we must be mindful of our surroundings, our community, and other societies. That is because we understand what is incorrect and how we can improve it. Knowledge of the world around us and the modifications that can be made to improve it is the first thing you receive through education. While education is not the only source of world information, it does offer a means of turning that information into knowledge.

2. SOLVE PROBLEMS
Whether there is a problem with the economy, society, medicine, or politics, knowledgeable and educated people who have a thorough understanding of the situation are always called upon to provide a solution

3.UNDERSTANDING TECHNOLOGY FOR REDUCING TIMES OF GROWTH

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